लेखक पेशे से प्रेस रिपोर्टर है |
बदल गई
तस्वीर देखो-
बदल गई कानों की बाली,
देखो कर रहे हैं
घर-2 कुत्तो की कुत्ते रखवाली,
बदली तस्वीर देखो.......... बदल गई
कोठों की दुनिया,
क्या-2 करती हैं,
इनमें रहने वाली लालीयां,
चमकने वाली रंगविरंगी चम-2 करती लाईटों में
देखो......... ब्रा और चडडी को तन से ढककर कर रही हैं
देखो............. बोतल पर बोतल बीयर व रम की खाली।
बदल गये हैं
देखो- लैला-मजनूं,
छोड-2 कर एक दूसरे को हर रोज बदलते हैं मोहब्बत की कहानियां,
और बदलते हैं टाईमपास करने वाली,वाले
बदल-2 कर कर रहे हैं
देखो.... समाज के मुहं को काला,
क्योंकि - उन नादानों ने क्या बिगाडा था इनका
जिन्हें छोड जाते हैं पैदा होते ही फुटपात पर,
बदल गई देखो - भारत की लाली...............
बदली है देखो राम-2 घरवालों को कहते बाय-2
और परायों को कहते हाय-2,
देखो -2 सबकुछ देखो- बदल गई है दुनिया सारी
.......... बदली दीवार की तस्वीर देखो,
और तो और
इस बदलाव में बदली तकदीर हमारी,
करते हैं फैसला देखो- ढोंगी,बाबा,मुल्ला काजी, जिनके साथ में अनपढ नेताजी ।
देखो-2 बदलाव।-
मनमोहन कसाना
ब्लौग – एककोना.ब्लौगस्पोट.इन
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